Skip to main content

Janpath Market Delhi: दिल्ली का फैशन स्ट्रीट है जनपथ मार्केट

लेटेस्ट फैशन के दीवाने लोगों के बीच दिल्ली का जनपथ मार्केट काफी पॉपुलर है। यह दिल्ली का फैशन स्ट्रीट है। दिल्ली की लड़कियों, खासकर कॉलेज की लड़कियों की जान है यह जनपथ मार्केट। स्ट्रीट शॉपिंग करने वाले लोगों के लिए यह एक फेवरिट जगह है। कनॉट पैलेस के पास होने के कारण यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है।
शाम के समय तो इस मार्केट की रौनक ही अलग होती है। चमचमाती रौशनी के बीच खरीदारी करती सुंदर लड़कियां माहौल को रंगीन बना देती हैं।

दिल्ली से बाहर से आने वाले लोग भी लेटेस्ट ट्रेंड के कपड़ों की तलाश में यहां आते हैं। यहां तरह-तरह के कपड़ों के साथ फैशन की तमाम चीजें आपको मिल जाएंगी। यहां आपको लेटेस्ट डिजाइन के फैशनेबल आउटफिट्स मिल जाएंगे। जनपथ मार्केट में आपको सस्ते फैशनेबल ड्रेसेज, सूट, जीन्स, प्लाजो, टॉप, टी शर्ट, फुटवियर्स, जूलरी, लेदर बैग, पर्स, बेल्ट, शॉर्ट्स, स्टोल की काफी वैराइटी मिल जाएंगे। सर्दी आते ही यहां स्वेटर, स्वेट शर्ट्स और जैकेट के सैकड़ों डिजाइन मिल जाएंगे।
जनपथ मार्केट में आपको हैंडीक्राफ्टस के सामान के साथ आर्टिफिशियल फैंसी ज्वेलरी भी मिल जाएंगे। मुंबई के फैशन स्ट्रीट की तरह ही यहां आप फैशन से  जुड़ी तमाम चीजें खरीद सकते हैं। मेकअप के सामान भी आपको यहां आसानी से मिल जाएंगे।

जनपथ मार्केट के लोकप्रिय होने का सबसे बड़ा कारण यहां लेटेस्ट फैशन के सामान काफी कम दाम पर मिल जाते हैं। सस्ते में बेहतर क्वालिटी का सामान मिलने के कारण लोग यहां बार-बार आते हैं। सस्ता होने का एक कारण यहां के ज्यादातर सामान एक्सपोर्ट सरप्लस होते हैं। विदेश में भेजे जाने वाले सामान होने के कारण क्वालिटी के मामले में यहां आपको बेहतर चीजें मिल जाती हैं। लेकिन हर सामान पर आंख मूंदकर यकीन ना करें।
जनपथ मार्केट में आप हर सामान को अच्छी तरह से देख-परख पर खरीदें। कोई डिफेक्ट दिखे तो तुंरत बदल लीजिए। अगर आप असली-नकली की पहचान करने में सक्षम नहीं हैं, तो फिर आप यहां आसानी से ठग भी लिए जाएंगे।

इस बाजार में क्वालिटी के बाद आपको सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है मोलभाव, बार्गेन पर। अगर आप मोलभाव नहीं कर पाते, तो फिर यहां आने पर आप लूट भी सकते हैं। हां कुछ दुकान फिक्स रेट के हैं, जहां आपको दिक्कत नहीं होगी। लेकिन ज्यादातर दुकानदार रेट काफी बढ़ा-चढ़ा कर रखते हैं। 100 रुपये के सामान को सीधा 500 रुपये का बताकर बेच देते हैं। अब आप उसे कितना कम में खरीद सकते हैं, ये आपकी काबिलियत पर निर्भर है।

इस जनपथ मार्केट के बारे में कहा जाता है कि तिब्बत पर चीन के कब्जा करने के बाद वहां से आए शरणार्थियों ने जीवन-यापन के लिए यहां दुकान लगाने शुरू कर दिए। यहां के उनके कई छोटे-छोटे शोरूम भी बने हुए हैं, जो विदेशी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। यहां से वे हस्तशिल्प के साथ कई तरह की कलाकृतियां खरीद कर ले जाते हैं।

जनपथ मार्केट टाइमिंग
जनपथ मार्केट आमतौर पर सुबह दस बजे के करीब खुलना शुरू हो जाता है। यहां आप शाम साढ़े आठ- नौ बजे तक आराम से खरीदारी कर सकते हैं। रविवार को ज्यादातर दुकानें बंद रहती हैं।

जनपथ के आसपास

जनपथ मार्केट के साथ ही लगा हुआ कनॉट पैलेस है। दिल्ली का दिल है कनॉट पैलेस। यहां दुनिया भर के तमाम बड़े ब्रांड के शोरूम मिल जाएंगे। कनॉट पैलेस में ही खादी भंडार के शोरूप में सामने चरखा म्यूजियम है। साथ ही पार्क में लगा है विशाल तिरंगा। जो आपमें गर्व का एक अलग ही भाव भर देगा। इसके साथ ही है अंडरग्राउंड मार्केट पालिका बाजार। पालिका बाजार में भी आप तमाम तरह के फैशनेबल चीजें और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीद सकते हैं।

जनपथ मार्केट के पास ही जवाहर व्यापार भवन है। यहां भी आप हाई क्वालिटी की खरीदारी कर सकते है। पास में ही आपको साउथ इंडियन खाने-पीने की एक बढ़िया जगह श्रवण भवन है। सोने-चांदी की एक बड़ी ही मशहूर शोरूम है त्रिभुवनदास भीमजी झावेरी की दुकान।

जनपथ मार्केट  कैसे पहुंचे
जनपथ मार्केट पहुंचना बेहद आसान है। जनपथ मार्केट मेट्रो स्टेशन से आप आसानी से यहां आ सकते हैं। राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से भी आप यहां पैदल आ सकते हैं। बस और ऑटो-टैक्सी से भी आप दिल्ली के किसी भी कोने से आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।

 

ब्लॉग पर आने और इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। अगर आप इस पोस्ट पर अपना विचार, सुझाव या Comment शेयर करेंगे तो हमें अच्छा लगेगा। धन्यवाद...

जनपथ मार्केट, जनपथ मार्केट कैसे जाएं, जनपथ मार्केट दिल्ली, जनपथ मार्केट टूर, janpath market, janpath market Delhi, janpath market tour, delhi tourism

 

Comments

Popular posts from this blog

Rajnagar, Madhubani: खंडहर में तब्दील होता राजनगर का राज कैंपस

राजनगर का ऐतिहासिक राज कैंपस खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। बिहार के मधुबनी जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह राज कैंपस राज्य सरकार की अनदेखी के कारण उपेक्षित पड़ा हुआ है। यह कैंपस इंक्रीडेबल इंडिया का एक बेहतरीन उदाहरण है। यहां के महल और मंदिर स्थापत्य कला के अद्भूत मिसाल पेश करते हैं। दीवारों पर की गई नक्काशी, कलाकारी और कलाकृति देखकर आप दंग रह जाएंगे।

अहिल्या स्थान: जहां प्रभु राम के किया था देवी अहिल्या का उद्धार

मिथिला में एक प्रमुख तीर्थ स्थल है अहिल्या स्थान। हालांकि सरकारी उदासीनता के कारण यह वर्षों से उपेक्षित रहा है। यहां देवी अहिल्या को समर्पित एक मंदिर है। रामायण में गौतम ऋषि की पत्नी देवी अहिल्या का जिक्र है। देवी अहिल्या गौतम ऋषि के श्राप से पत्थर बन गई थीं। जिनका भगवान राम ने उद्धार किया था। देश में शायद यह एकमात्र मंदिर है जहां महिला पुजारी पूजा-अर्चना कराती हैं।

World Peace Pagoda, Vaishali: विश्व को शांति का संदेश देता वैशाली का विश्व शांति स्तूप

वैशाली का विश्व शांति स्तूप आज भी विश्व को शांति का संदेश दे रहा है। लोकतंत्र की जननी वैशाली ऐतिहासिक धरोहरों का खजाना है। यहां जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर की जन्मस्थली बासोकुंड यानी कुंडलपुर है। अशोक का लाट यानी अशोक स्तंभ, दुनिया का सबसे प्राचीन संसद भवन राजा विशाल का गढ़, बौद्ध स्तूप, अभिषेक पुष्करणी, बावन पोखर और सबसे प्रमुख जापान की ओर बनवाया गया विश्व शांति स्तूप है।

उत्तर प्रदेश के वे टॉप 10 पर्यटन स्थल, जहां गए बिना आपकी यात्रा नहीं होगी पूरी

उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। उत्तर प्रदेश काफी खूबसूरत राज्य है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। भगवान राम की नगरी अयोध्या, भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन से लेकर भगवान बुद्ध से संबंधित सारनाथ और कुशीनगर जैसे धार्मिक स्थलों पर हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। महादेव की नगरी काशी, कुंभनगरी प्रयागराज से लेकर प्रेम प्रतीक की नगरी आगरा जैसे पर्यटक स्थल घुमक्कड़ों के लिए पसंदीदा डेस्टिनेशन बने हुए हैं। नजाकत, नफासत और तहजीब के शहर लखनऊ गए बिना तो जैसे आपकी यात्रा पूरी ही नहीं होगी। सभी फोटो- यूपी टूरिज्म नए साल में लोग फिर से घर से बाहर निकला शुरू कर दिए हैं। वे नई-नई जगहों पर जा रहे हैं तो ऐसे में आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश के उन टॉप 10 पर्यटन स्थलों के बारे में जहां आप देश के किसी भी कोने से आसानी से पहुंच सकते हैं। 1. वाराणसी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी को बनारस या काशी के नाम से भी जानते हैं। काशी दुनिया की सबसे प्राचीन जीवंत नगरी के रूप में विख्यात है। पवित्र गंगा नदी के किनारे बसे का

Birla Temple Delhi: बिरला मंदिर, दिल्ली- जहां जाति-धर्म के नाम पर नहीं होता किसी से कोई भेदभाव

दिल वालों की दिल्ली में एक ऐसा मंदिर है जहां जाति-धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से विख्यात इस मंदिर को देश-दुनिया के लोग बिरला मंदिर के नाम से जानते हैं।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग: जहां प्रतिदिन शयन करने आते हैं भोलेनाथ महादेव

हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व है और ओंकारेश्वर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में चौथा है। मध्यप्रदेश में 12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग हैं। एक उज्जैन में महाकाल के रूप में और दूसरा ओंकारेश्वर में ओंकारेश्वर- ममलेश्वर महादेव के रूप में। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग इंदौर से 77 किलोमीटर पर है। मान्यता है कि सूर्योदय से पहले नर्मदा नदी में स्नान कर ऊं के आकार में बने इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन और परिक्रमा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यहां भगवान शिव के दर्शन से सभी पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।

जल मंदिर पावापुरी: भगवान महावीर का निर्वाण स्थल, जहां उन्होंने दिया था पहला और अंतिम उपदेश

जल मंदिर पावापुरी जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान महावीर को इसी स्थल पर मोक्ष यानी निर्वाण की प्राप्ति हुई थी। जैन धर्म के लोगों के लिए यह एक पवित्र शहर है। बिहार के नालंदा जिले में राजगीर के पास पावापुरी में यह जल मंदिर है। यह वही जगह है जहां भगवान महावीर ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला और आखिरी उपदेश दिया था। भगवान महावीर ने इसी जगह से विश्व को अहिंसा के साथ जिओ और जीने दो का संदेश दिया था।

संसद भवन- आप भी जा सकते हैं यहां घूमने

देश के लोकतंत्र का मंदिर है देश का संसद भवन। यह दुनियाभर में सबसे आकर्षक संसद भवन है। इस भवन में देश की संसदीय कार्यवाही होती है। देश भर के लोकसभा के लिए चुने गए प्रतिनिधि यहीं पर चर्चा करते हैं और कानून बनाने का काम करते हैं। संसद सत्र के समय लोकसभा और राज्यसभा दोनों सनद के सदस्य कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं।

Contact Us

Work With Me FAM Trips, Blogger Meets या किसी भी तरह के collaboration के लिए guptahitendra [at] gmail.com पर संपर्क करें। Contact me at:- Email – guptagitendra [@] gmail.com Twitter – @GuptaHitendra Instagram – @GuptaHitendra Facebook Page – Hitendra Gupta

Hanuman Temple Delhi: दिल्ली के इस मंदिर में तुलसीदास जी ने की थी हनुमान चालीसा की रचना

दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस के पास बाबा खड़क सिंह मार्ग पर स्थित है प्राचीन हनुमान मंदिर। मंगलवार और शनिवार के दिन यहां श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रहती है। हनुमान जयंती को भी यहां भारी भीड़ जुटती है। इस हनुमान मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह महाभारत काल का मंदिर है और हस्तिनापुर से अलग इंद्रप्रस्थ बसाने के क्रम में ही पांडवों ने इस मंदिर को बनाया था।